मथुरा जनपद के नौहझील क्षेत्र में दलित की बारात में की मारपीट
मथुरा हम भले ही 21वीं सदी में आ गए हो जमाना तरक्की कर रहा हो लेकिन लगता है की जाति जाति ही नहीं जो कि किसी के जीवन में एक दिन खास ऐसा होता है उसे दिन ऐसा जख्म मिला जिसे वह ता उम्र नहीं भूल पाएगा जिससे आपका भी खून खौल जाए दलितों की बारात रोकना डीजे रुकवाना दूल्हे को घोड़ी से उतारकर मारपीट करना और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करना मामला उत्तर प्रदेश मथुरा के नौहझील भूरे गांव का है जहां दलितो की बारात रोकने का मामला सामने आया है बताया जाता है कि 20 मई की रात पूरन सिंह जाटव की भतीजी की बारात चढ़ रही थी बाराती मजे से डीजे पर डांस कर रहे थे दूल्हा शान से बगी पर बैठा था इतने में ही जाट समाज के 20 से 25 लड़के आए और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए बारातियों से डीजे बंद कराकर मारपीट करने लगे मामला बढ़ते हि घटना की सूचना तत्काल डायल 112 को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में शादी संपन्न कराई गई लेकिन अभी तक अपराधी पुलिस की ग्रुप से बाहर हैं इस मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार की मुलाकात
