अधिवक्ताओं की हड़ताल बेअसर नही रुके कोई प्रशासनिक कार्य
अधिवक्ताओं को रास नही आते तहसील अजीतमल के प्रशासनिक अधिकारी
(औरैया अनिल राजपूत)
औरैया। इसे ताज्जुब कहें या संयोग या फिर तानाशाही। अजीतमल तहसील में कार्य संभालने वाले उपजिलाधिकारी और तहसीलदार, तहसील बार एसोसिएशन को कभी रास नहीं आये। अधिवक्ताओं की हड़ताल, धरना प्रदर्शन नारेबाजी आदि का सामना अधिकांशतः सभी उपजिलाधिकारी और तहसीलदारों को करना पड़ा।
अब पुनः उपजिलाधिकारी गरिमा सोनकिया पर अधिवक्ताओं के साथ अमर्यादित व्यवहार का आरोप लगाते हुए तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष गोविंद दीक्षित के नेतृत्व मे हड़ताल पर है। यधपि कुछ अधिवक्ताओं के मुंशी, उप जिलाधिकारी न्यायालय से लेकर कार्यालयों में चक्कर लगाकर लोगो के काम करवाते नज़र आये। वहीं कुछ अधिवक्ता भी अपने बस्ते पर बैठकर आने वाले फरियादियों, वादकरियों की फाइलों मे मशगूल दिखे। सूत्रों की मानें तो कुछ अधिवक्ताओं ने अजीतमल क्षेत्र के होने वाले बैनामा, औरैया पहुंचकर गुपचुप तरीके से करवाये। कुछ मुंशीयो के मार्फत काम करवाते रहे। तहसीलदार जीतेश वर्मा ने बताया कि तहसील का कोई भी कार्य प्रभावित नहीं है। अधिवक्ताओं को छोड़कर सभी दस्तावेज लेखक, स्टाम्प वेंडर आदि काम करते रहें।
Support authors and subscribe to content
This is premium stuff. Subscribe to read the entire article.