शहर कस्बों से लेकर देहात तक बंदरों व कुत्तों का कहर – आए दिन कुत्तों और बंदरों के हमला करने व काटने से लोग हो रही जख्मी
(शामली अनिल अवस्थी) औरैया। जनपद के शहर कस्बों से लेकर ग्रामीण अंचलों में कुत्तों एवं बंदरों का कहर जारी है। आयें दिन इनके हमलों से बूढ़े बच्चे और जवान जख्मी हो रहे हैं। आवारा कुत्तों वह बंदरों से हर कोई परेशान हो रहा है। बंदरों की हमले से कुछ लोगों की जान तक जा चुकी है। इसी क्रम में जिले की विभिन्न स्थानों पर कुत्तों के काटने से एवं बंदरों के हमले से कमोवेश आधा दर्जन लोग बंदरों एवं कुत्तों के काटने से जख्मी हुए हैं जिन्हें स्थानी जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। आम जनमानस को बंदरों एवं कुत्तों की आतंक से निजात नहीं मिल पा रहा है। . जिले में बंदरों एवं कुत्तों का कहर बरप रहा है। बंदरों एवं कुत्तों के हमले से बूढ़े बच्चे और जवान जख्मी हो रही है। इसी क्रम में आज शनिवार को कुत्तों के काटने से जख्मी हुए अवनी 03 वर्ष पुत्री आशू निवासी दयालपुर औरैया, ओमप्रकाश 07 वर्ष पुत्र ग्यादीन व चंद्रपाल सिंह 47 वर्ष पुत्र वीरेंद्र सिंह, तारा देवी 62 वर्ष पत्नी भगवान नारायण निवासीगण ग्राम जरूहौलिया कोतवाली औरैया व वैष्णवी 8 वर्ष पुत्री रामजी निवासी ग्राम भाऊपुर औरैया आदि को कुत्तों ने काट कर जख्मी कर दिया। शहर के मोहल्ला बनारसी दास निवासी संतोषी देवी 50 वर्ष पत्नी प्रभु दयाल आज शनिवार को घर पर ही थी तभी बंदरों ने हमला कर दिया, जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गयी। बंदर एवं कुत्तों से जख्मी हुए उपरोक्त सभी लोगों को स्थानीय 50 शैय्या युक्त जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज किया गया। आपको बताते चलें कि औरैया से लेकर जिले के विभिन्न कस्बों दिबियापुर, कंचौसी, सहायल, सहार, बेला, याकूबपुर, उमरैन, बिधूना, एरवाकटरा, कुदरकोट, नेविलगंज, अछल्दा, फफूंद,अटसू , अजीतमल, बाबरपुर, मुरादगंज व अयाना के अलावा जनपद के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में कुत्तों एवं बंदरों के कहर के समाचार प्राप्त होते रहते हैं। फिलहाल इन कुत्तों और बंदरों पर शासन और प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। जिससे आम जनमानस के सामने यह बेढब समस्या बनी हुई है। जनपद के संभ्रांत, वरिष्ठ, गणमान्य एवं जागरूक लोगों ने इन कुत्तों और बंदरों से निजात दिलाने के लिए शासन और प्रशासन से पुरजोर मांग की है।