अंशुमन गर्ग ने संभाला जेल अधीक्षक मथुरा का कार्यभार
-पदभार ग्रहण करने के बाद अंशुमन गर्ग ने कीं कई नई पहले
मथुरा। जिला कारागार मथुरा में अंशुमन गर्ग ने अधीक्षक पद का कार्यभार ग्रहण किया है। वहीं मथुरा से स्थानांतरित हुए जेल अधीक्षक ब्रजेश कुमार को नोएडा जेल अधीक्षक बनाया गया है। अंशुमन गर्ग जिला कारागार अधीक्षक से पहले अम्बेडकर नगर जेल अधीक्षक रह चुके है। अंशुमन गर्ग का मानना है कि हर अपराधी का इतिहास होता है तो भविष्य भी होता है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के बाद कई नई पहल की हैं। अब बंदी जेल अधीक्षक तक गोपनीय तरीके से अपने सुझाव और शिकायत पहुंचा सकते हैं। इसके लिए जिला कारागार में शिकायत पेटिका लगाई जाएगी। परेशान बंदी अपनी समस्या एक कागज पर लिखकर पेटीका में डालेगा और इस पेटिका की चाबी खुद जेल अधीक्षक के पास रहेगी। जिससे कि किसी भी शिकायत करने वाले बंदी की गोपनीयता भंग न हो। जिससे बंदियों की समस्या सीधे जेल अधीक्षक के पास पहुंचेगी। बंदियों की सुरक्षा पर विशेष जोर रहेगा। उनका मानना है कि अक्सर जेल में बंदी अपनी समस्या जेल अधीक्षक तक नहीं पंहुचा पाते और जेल में कार्य कर रहे लोग बंदियों कीे समस्याओं को दबा देते हैं। जिससे बंदियों की समस्या का हल नहीं निकल पता है। इस पद पर रहते हुए भी वह समाज सेवा कर पा रहे हैं। जो लोग छोटी छोटी बातांे पर जुर्म का रास्ता अपना लेते हैं उनको जेल में रहते हुए उनको जुर्म का रास्ता छोड़ सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करना बंदियों को जेल में आत्म निर्भर करना तरह तरह के रोजगार के बारे मंे बताना व सीखना जिससे अपना गुजारा करने के लिए कारागार से बाहर जाकर चोरी चारी अपराध न करें। श्री गर्ग का कहना है कि जेल में कुछ ऐसे बंदी है। जिनका बाहरी दुनिया में कोई नहीं है। उनका खर्चा कपडे नहीं आते जिनको पैसे की दिक्कत रहती है। उनके लिए हम कारागार मे विभिन्न विभिन्न तरह के उत्पादनों की तैयारी कर रहे हैं। कई सस्थानों से बात चल रही है जल्द ही नये कार्य सुरु किये जायेंगे जिससे कार्य कर बंदी जेल मे अपना खर्चा चला सके।
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